सहायक उपनिरीक्षक नारायण सिंह मालवीय के सेवानिवृत्ति सम्मान समारोह का आयोजन
पुलिस अधीक्षक आगर मालवा श्री विनोद कुमार सिंह के निर्देशन में आज दिनांक 31/07/2024 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सहायक उपनिरीक्षक नारायण सिंह मालवीय के सेवानिवृत्ति के उपलक्ष्य में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में अनुविभागीय अधिकारी श्री मोतीलाल कुशवाह द्वारा श्री मालवीय को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया और पुलिस विभाग में उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया । समारोह का संचालन रक्षित निरीक्षक श्रीमती सपना परमार द्वारा किया गया ।
थाना कोतवाली आगर में पदस्थ रहते हुए सहायक उपनिरीक्षक नारायण सिंह मालवीय ने अपने 32 वर्ष 27 दिन के कार्यकाल के दौरान कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण के साथ पुलिस सेवा में योगदान दिया। उनकी सेवाओं को याद करते हुए अनुविभागीय अधिकारी श्री मोतीलाल कुशवाह ने कहा, “श्री मालवीय ने अपने पूरे कार्यकाल में अनुकरणीय सेवा की मिसाल कायम की है। उनकी निष्ठा, साहस और पेशेवर दक्षता ने पुलिस विभाग को गौरवान्वित किया है। उनके द्वारा किए गए कार्य और उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। समारोह के दौरान श्री मालवीय के परिवारजन भी उपस्थित थे।
“समारोह में उपस्थित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी श्री मालवीय के प्रति अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कीं। सभी ने उनके स्वस्थ और सुखद सेवानिवृत्ति जीवन की कामना की।
श्री नारायण सिंह मालवीय राजगढ़ जिले के माचलपुर के समीप स्थित ब्राम्हण गाँव के निवासी है। सम्मान समारोह के दौरान श्री नारायण सिंह मालवीय ने अपने सेवानिवृत्ति के अवसर पर सभी सहयोगियों का धन्यवाद किया और कहा, “मैंने अपने कार्यकाल के दौरान जो भी अनुभव और सीख प्राप्त की है, उसे मैं हमेशा संजोकर रखूंगा। मेरे सहयोगियों का समर्थन और मार्गदर्शन हमेशा प्रेरणादायक रहा है।
सेवा विवरण :-
श्री नारायण सिंह मालवीय ने पुलिस विभाग में दिनांक 04/07/1992 को जिला शाजापुर में भर्ती होकर पीटीएस पंचमढ़ी में बुनियादी प्रशिक्षण प्राप्त किया तथा अपने 32 वर्ष 27 दिन के कार्यकाल के दौरान थाना कोतवाली आगर ,सुसनेर ,नलखेड़ा ,सोयत ,कानड़ व पुलिस लाईन आगर में अपनी सेवाएँ प्रदान की ।
“समारोह का समापन सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा श्री मालवीय को शुभकामनाएं और धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ हुआ। उनकी सेवानिवृत्ति पुलिस विभाग के लिए एक महत्वपूर्ण पल है और उनके योगदान को सदैव याद रखा जाएगा।