महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये आगर पुलिस की मुहिम
बलात्कार के आरोपियों की वर्तमान स्थिति का जांच अभियान
पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह ने बलात्कार और सामूहिक बलात्कार के अपराधों की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत जिले के समस्त थाना प्रभारीयों को निर्देशित किया गया है कि वे विगत 10 वर्षों (2014 से 2024) में बलात्कार के आरोपियों की भौतिक जांच करें और उनकी वर्तमान स्थिति की जानकारी प्राप्त करें। इस कार्यवाही का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी आरोपी अपनी स्थितियों के अनुसार विधिक प्रतिबंधात्मक कार्यवाही के अंतर्गत आ सकें। यदि किसी आरोपी का निवास दूसरे थाना क्षेत्र में है, तो संबंधित थाना को लिखित पत्राचार के माध्यम से उसकी जानकारी दी जाए । इसके साथ ही, अगर कोई आरोपी अपचारी है, तो नियमानुसार व पूर्व में दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए उसकी जांच की जाये।
निर्देशानुसार इस अभियान के तहत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री निशा रेड्डी, अनुविभागीय पुलिस अधिकारी आगर श्री मोतीलाल कुशवाहा और अनुविभागीय पुलिस अधिकारी सुसनेर श्री देवनारायण यादव के मार्गदर्शन में व समस्त थाना क्षेत्र में थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया गया। इन पुलिस टीम के द्वारा आरोपियों के निवास स्थान व मिलने के संभावित स्थानों की जानकारी लेकर उनकी गतिविधियों के संबंध में पूछताछ की जा रही है एवं उनकी संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी विभिन्न माध्यमों से प्राप्त की जा रही है तथा पुलिस टीम थाना क्षेत्रों में जाकर आरोपियों की वर्तमान स्थिति व कामकाज का पता लगाने का कार्य कर रही हैं। 28.09.2024 की दरमियानी रात पुलिस यौन शोषण के 19 आरोपियों के घर पहुंची साथ ही उनके वर्तमान कामकाज के बारे में भी जानकारी ली।
इस अभियान के तहत पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के घर जाकर भौतिक रूप से चेक किया गया। जिसमे जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र के पिपलीपुरा, ग्राम डोटी, सांवरी बलड़ी, मंत्री कालोनी बड़ौद, खेरिया, जमुनिया, मंत्री कॉलोनी कानड़ , फतेहगढ़, सुमराखेड़ी,कालिया खेड़ी व पालखेड़ी जाकर पुलिस ने विभिन्न आरोपियों को चेक किया । जो आरोपी वर्तमान में आपराधिक मामलों में लिप्त हैं, उन पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई होगी। इसके अलावा पुलिस लगातार स्कूल, कॉलेज और अन्य स्थानों पर बालक-बालिका और महिलाओं संबंधी जागरूकता कार्यक्रम कर रही है।
महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाले यौन शोषण संबंधी अपराधों पर नियंत्रण और ऐसे अपराधियों की निगरानी के लिए यह अभियान पूरे जिले में चलाया जा रहा है और इसका उद्देश्य महिला अपराधों पर नियंत्रण पाना है।