“पुलिस स्मृति दिवस पर अमर शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि”
“हॉट स्प्रिंग लद्दाख की वीरगाथा को किया स्मरण, शहीदों के साहस को किया नमन”
“कर्तव्य, अनुशासन और बलिदान की भावना से ओतप्रोत रहा पुलिस स्मृति दिवस समारोह”
आज दिनांक 21 अक्टूबर 2025 को पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर जिला आगर मालवा पुलिस लाइन में एक गरिमामय परेड एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह दिवस प्रत्येक वर्ष उन वीर पुलिस जवानों की स्मृति में मनाया जाता है, जिन्होंने देश की एकता, अखंडता और आंतरिक सुरक्षा की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ पुलिस स्मृति दिवस परेड से हुआ, जिसमें जिला पुलिस बल एवं विशेष सशस्त्र बल की टुकड़ियों ने अनुशासित और प्रभावशाली मार्च पास्ट प्रस्तुत किया। परेड का नेतृत्व सूबेदार जगदीश यादव एवं सूबेदार जितेंद्र शुक्ला द्वारा किया गया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने शहीद जवानों के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए उनके नामों का वाचन किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि —
“पुलिस स्मृति दिवस हमें वर्ष 1959 की उस वीरगाथा की याद दिलाता है जब लद्दाख के ‘हॉट स्प्रिंग’ क्षेत्र में भारतीय पुलिस के 10 जवानों ने मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राणों का बलिदान दिया था। उनके इस अदम्य साहस, वीरता और कर्तव्यनिष्ठा ने सम्पूर्ण राष्ट्र को गौरवान्वित किया। आज हम उन सभी वीर शहीदों को नमन करते हैं जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपना सर्वस्व अर्पण किया।”
उन्होंने यह भी कहा कि यह दिवस पुलिस बल के प्रति सम्मान और गर्व का प्रतीक है तथा हमें सदैव कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासन और सेवा भावना से कार्य करने की प्रेरणा देता है।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस बल द्वारा शहीदों को सलामी दी गई तथा शहीद जवानों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान परिसर में देशभक्ति एवं गौरव की भावना व्याप्त रही।
कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रविन्द्र कुमार बोयट, एसडीएम सुसनेर सर्वेश यादव, अनुविभागीय पुलिस अधिकारी आगर मोतीलाल कुशवाहा, अनुविभागीय पुलिस अधिकारी सुसनेर देवनारायण यादव, समस्त थाना प्रभारी, समस्त चौकी प्रभारी, पुलिस अधिकारी-कर्मचारी एवं वरिष्ठ नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने शहीदों के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए पुष्प अर्पित किए और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
पुलिस स्मृति दिवस न केवल शहीदों के बलिदान को स्मरण करने का अवसर है, बल्कि यह दिन हमें यह भी याद दिलाता है कि पुलिस बल समाज की सुरक्षा, शांति और न्याय की स्थापना के लिए निरंतर तत्पर है।





