पुलिस लाइन में हुआ साप्ताहिक जनरल परेड का आयोजन
“प्रभावी माइक्रोबीट प्रणाली, ट्रैफिक अनुशासन और अपराध नियंत्रण में सजगता से ही मिलेगा बेहतर परिणाम” – पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह
आज दिनांक 23 मई 2025 को जिला पुलिस लाइन, आगर मालवा में साप्ताहिक जनरल परेड का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह द्वारा परेड का निरीक्षण कर परेड की सलामी ली गई। निरीक्षण उपरांत उत्कृष्ट वेशभूषा एवं अनुशासन के लिए चयनित अधिकारी-कर्मचारियों को पुरस्कृत किया गया।
परेड के दौरान उपस्थित जवानों द्वारा अनुशासित रूप से शस्त्र अभ्यास तथा कदमताल का प्रदर्शन किया गया, जिससे उनकी शारीरिक दक्षता और कर्तव्य परायणता का परिचय मिला।
परेड के उपरांत पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा पुलिस लाइन परिसर का भ्रमण किया गया। मंदिर परिसर, उद्यान क्षेत्र तथा हाल ही में प्राप्त नए वाहनों का निरीक्षण किया गया। इसके पश्चात निर्माणाधीन नवीन बिल्डिंगों का भी अवलोकन कर संबंधित अधिकारियों को समयसीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया।भ्रमण उपरांत सैनिक सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा सभी अधिकारी-कर्मचारियों से व्यक्तिगत व विभागीय समस्याओं की जानकारी ली गई और उनके त्वरित निराकरण हेतु आवश्यक निर्देश प्रदान किए गए। इसके उपरांत पुलिस लाइन स्थित व्यायामशाला (जिम) का निरीक्षण किया गया। इसके उपरांत पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा ओ आर कक्ष में ओ.आर. ली गयी।
सम्मेलन के दौरान पुलिस अधीक्षक महोदय ने कहा –
“हर पुलिसकर्मी को सड़क पर अनुशासन का उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट व चारपहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट लगाना प्रत्येक अधिकारी-कर्मी की जिम्मेदारी है।”
जनरल परेड का संचालन सूबेदार श्री जगदीश यादव एवं श्री जितेन्द्र शुक्ला द्वारा किया गया। इस अवसर पर अनुविभागीय पुलिस अधिकारी आगर श्री मोतीलाल कुशवाहा, उप पुलिस अधीक्षक श्री रघुनाथ खातरकर, रक्षित निरीक्षक श्रीमती सपना परमार, सूबेदार स्टेनो श्री मुख्तियार खान सहित कुल 150 से अधिक पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
अपराध नियंत्रण हेतु क्राइम मीटिंग
इसके पश्चात पुलिस अधीक्षक श्री सिंह द्वारा समस्त थाना प्रभारियों के साथ क्राइम मीटिंग आयोजित की गई, जिसमें तीन प्रमुख बिंदुओं पर विशेष रूप से चर्चा की गई:
1. सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण:
सड़क सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए “यातायात मित्र” योजना लागू करने की घोषणा की गई। इस योजना के अंतर्गत—
* प्रारंभिक चरण में कोतवाली क्षेत्र में दो QR टीमें (Quick Response Teams) गठित की गई हैं।
* ये टीमें दुर्घटना की सूचना मिलते ही तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर यातायात व्यवस्था को सुचारू करेंगी, घायलों को त्वरित सहायता प्रदान करेंगी और आवश्यक कानूनी कार्यवाही प्रारंभ करेंगी।
* पुलिस अधीक्षक ने प्रत्येक थाने को अपने क्षेत्र में सक्रिय यातायात मित्रों की पहचान कर उन्हें प्रशिक्षित करने हेतु निर्देशित किया।
2. प्रभावी गश्त एवं माइक्रोबीट प्रणाली के माध्यम से अपराध नियंत्रण:
* जिले के सभी थानों और चौकियों को रात्रिकालीन एवं दिन में नियमित गश्त हेतु नवीन शेड्यूल तैयार करने के निर्देश दिए गए।
* माइक्रोबीट प्रणाली को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए बीट प्रभारी से लेकर निरीक्षक स्तर तक निगरानी बढ़ाने की बात कही गई।
* साथ ही, थानों को निर्देशित किया गया कि सूचीबद्ध बदमाशों और सक्रिय अपराधियों पर नियमित निगरानी रखी जाए तथा संदिग्ध गतिविधियों पर तत्परता से कार्रवाई की जाए।
3. मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम:
* NDPS एक्ट के अंतर्गत सख्त कानूनी कार्रवाई को अनिवार्य बताया गया। संभावित क्षेत्रों में नियमित छापेमारी एवं निगरानी अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
* पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे स्थानीय सूचना तंत्र को सुदृढ़ करें, मुखबिर प्रणाली को सक्रिय करें और स्कूल-कॉलेज क्षेत्रों में जनजागरूकता अभियान चलाएं।
* साथ ही, सोशल मीडिया, पोस्टर-बैनर और स्थानीय संस्थाओं की मदद से नशा मुक्ति के संदेश को व्यापक स्तर पर प्रसारित करने का निर्देश भी दिया गया।