“नवीन आपराधिक कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु पुलिस अधिकारियों का प्रशिक्षण प्रारंभ”
एसपी श्री विनोद कुमार सिंह ने कहा – ‘नए कानूनों की आत्मा को समझकर कार्य करेंगे तो न्याय और निष्पक्षता स्वाभाविक होगी’
पुलिस मुख्यालय, भोपाल के आदेशानुसार एवं गृह मंत्रालय भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत नवीन आपराधिक अधिनियम 2023 के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु दिनांक 09 अप्रैल 2025 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय, आगर मालवा स्थित सभाकक्ष में पुलिस अधिकारियों के तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह द्वारा माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर किया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम में पांच चक्रों में आयोजित किया जायेगा व यह कार्यक्रम आगामी एक माह में सभी अनुसंधान एवं पर्यवेक्षण अधिकारियों को प्रशिक्षित करने की योजना का हिस्सा है।
अपने उद्बोधन में एसपी श्री सिंह ने कहा कि “भारतीय न्याय व्यवस्था में ऐतिहासिक बदलाव लाने वाले इन अधिनियमों को लागू हुए लगभग 10 माह पूर्ण हो चुके हैं। यह समय केवल जानने का नहीं, अपितु गहराई से समझकर व्यावहारिक अमल में लाने का है। ये कानून केवल दंड देने के नहीं, पीड़ित केंद्रित न्याय सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि “भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 न केवल हमारी कार्यशैली में बदलाव लाएंगे, बल्कि नागरिकों में विश्वास भी सुदृढ़ करेंगे। इसके लिए आवश्यक है कि हर अनुसंधान अधिकारी एवं पर्यवेक्षणकर्ता इनकी व्याख्या, प्रक्रिया एवं भावना को भली-भांति आत्मसात करें।” उन्होंने प्रशिक्षण को केवल एक प्रक्रिया न मानते हुए, उसे व्यावसायिक दक्षता और कानूनी सेवा की गुणवत्ता सुधारने का माध्यम बताया।
कार्यक्रम का संचालन सहायक उप निरीक्षक श्री संतोष खजुरिया द्वारा किया गया।
प्रशिक्षण सत्र में सीसीटीएनएस प्रभारी उप निरीक्षक श्री मानसिंह परमार एवं उनकी टीम द्वारा BNSS की धारा 172, ई-एफआईआर, तथा जीरो एफआईआर की प्रक्रिया और कार्यान्वयन की विस्तृत जानकारी दी गई। इससे संबंधित वीडियो को प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रदर्शित कर प्रायोगिक रूप से समझाया गया।
इसके पश्चात एनसीएल अवेयरनेस जनरेशन से संबंधित शॉर्ट फिल्म का प्रदर्शन किया गया, जिससे उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों को नए प्रावधानों की व्यावहारिक समझ प्राप्त हुई।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनुविभागीय पुलिस अधिकारी आगर श्री मोतीलाल कुशवाहा, रक्षित निरीक्षक श्रीमती सपना परमार, निरीक्षक श्री रामगोपाल वर्मा सहित जिले के 50 से अधिक अनुसंधानकर्ता अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।