कोर्ट मोहर्रिरों एवं चालान मुंशियों की बैठक में कार्यदक्षता, समयबद्धता और समन्वय पर दिया गया विशेष बल

सीसीटीएनएस के तकनीकी प्रशिक्षण से कार्यप्रणाली में आएगा तकनीकी सशक्तिकरण

“हर केस की समय पर सुनवाई आपकी सजगता पर निर्भर करती है” — पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह

पुलिस अधीक्षक कार्यालय स्थित मीटिंग हॉल में आज दिनांक 19 जुलाई 2025 को कोर्ट मोहर्रिरों, चालान मुंशियों एवं थानों के हेड मोहर्रिरों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने की, वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रवींद्र कुमार बोयट भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। बैठक का उद्देश्य न्यायिक कार्यों में गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं समयबद्धता सुनिश्चित करना, साथ ही पुलिस व न्यायालय के मध्य सुचारू समन्वय बनाए रखना था।

बैठक के प्रारंभ में पुलिस अधीक्षक ने सभी उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोर्ट मोहर्रिर, चालान मुंशी और हेड मोहर्रिर किसी भी थाना व न्यायालय व्यवस्था की रीढ़ होते हैं। इनकी कार्यशैली पर ही केस की समय पर न्यायालय में प्रस्तुतिकरण और अंतिम निपटान निर्भर करता है। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक थाना से जुड़े कोर्ट मोहर्रिर न्यायालय के समंस एवं वारंट की प्रक्रिया को समय से पूर्ण करें, समस्त न्यायालयीन दस्तावेजों का विधिवत संधारण रखें तथा किसी प्रकार की त्रुटि या विलंब न हो। चालान मुंशियों को भी स्पष्ट निर्देश दिए गए कि वे विवेचना पूर्ण होने के पश्चात चालान समयबद्ध तरीके से न्यायालय में प्रस्तुत करें, ताकि मामलों में अनावश्यक देरी न हो।

पुलिस अधीक्षक ने बैठक में यह भी कहा कि हेड मोहर्रिरों की जिम्मेदारी केवल रजिस्टर संधारण तक सीमित नहीं है, बल्कि ड्यूटी चार्ट का निर्धारण, अभियोगों की सतत निगरानी तथा थाना स्तर पर व्यवस्थाओं के क्रियान्वयन में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि सभी संबंधित कार्मिक डेली मेमो रजिस्टर एवं मासिक नक्शा निर्धारित समय-सीमा में वरिष्ठ कार्यालय को भेजें। साथ ही, अवकाश लेने की स्थिति में पूर्व से ही वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, जिससे न्यायालयीन कार्य प्रभावित न हों। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि कुछ न्यायालयों में कोर्ट मोहर्रिर उपलब्ध नहीं होने की स्थिति गंभीर है, अतः ऐसे स्थानों पर शीघ्र नियुक्ति या व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

इस अवसर पर सीसीटीएनएस प्रभारी उप निरीक्षक मानसिंह परमार, वारंट शाखा प्रभारी प्रधान आरक्षक भरत सोनी, प्रधान आरक्षक अमर परमार, प्रधान आरक्षक राधेश्याम सौराष्ट्र एवं आरक्षक वीरभान द्वारा उपस्थित कर्मचारियों को सीसीटीएनएस प्रणाली के अंतर्गत तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में चालान जनरेशन, गिरफ्तारी का रजिस्ट्रेशन, समंस एवं वारंट की डिजिटल प्रक्रिया, केस डायरी अपलोड करना जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गई, जिससे कर्मचारियों की तकनीकी दक्षता में वृद्धि हो सके।

बैठक के समापन पर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने सभी कर्मचारियों से अपेक्षा जताई कि वे अपने कर्तव्यों के प्रति पूरी गंभीरता, सजगता और समर्पण से कार्य करें। उन्होंने कहा कि— “आप सभी का कार्य न केवल पुलिसिंग का एक हिस्सा है, बल्कि न्याय तक पहुँचने की पूरी प्रक्रिया का केंद्र है। आप जितना अधिक पारदर्शी, समयबद्ध और समन्वित कार्य करेंगे, उतना ही मजबूत हमारा तंत्र होगा।”

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