कलेक्टर कार्यालय में आयोजित हुई नशा मुक्ति विषयक महत्त्वपूर्ण बैठक
“नशा केवल एक आदत नहीं, यह आत्मविनाश का मार्ग है” – पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह

‘नशे से दूरी है जरूरी’ अभियान के अंतर्गत आज जिला मुख्यालय स्थित कलेक्टर कार्यालय कलेक्टर राघवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें विधायक मधु गहलोत, पूर्व विधायक रेखा रत्नाकर, पूर्व विधायक गोपाल परमार, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि भैरो सिंह चौहान, भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष ओम मालवीय, जिला पंचायत सीईओ नंदा भलावे, अपर कलेक्टर आरपी वर्मा, एसडीएम मिलिन्द ढ़ोके, अति पुलिस अधीक्षक रविन्द्र बोयट, सीएसपी मोतीलाल कुशवाह, उप पुलिस अधीक्षक रघुनाथ खातरकर, रक्षित निरीक्षक सपना परमार, थाना प्रभारी कोतवाली शशि उपाध्याय, प्रेम यादव, कैलाश कुम्भकार, हरिनारायण यादव, पुजारी मुकेश पुरी, गिरीराज बंसिया, डॉ. नरेन्द्र ठाकुर, हनुमानदास गुप्ता सहित बैजनाथ मंदिर प्रबंधन समिति एवं भक्तमण्डल के सदस्य तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

इस बैठक का उद्देश्य जिले में नशे के बढ़ते प्रकोप पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करना, इस सामाजिक बुराई के विरुद्ध जनजागरूकता बढ़ाना तथा प्रशासनिक तंत्र, जनप्रतिनिधियों और समाज के सभी वर्गों की सक्रिय सहभागिता से इस अभियान को जनांदोलन का रूप देना रहा। बैठक का वातावरण अत्यंत सक्रिय और जागरूकता से परिपूर्ण रहा, जहाँ वक्ताओं ने नशा जैसी घातक प्रवृत्ति पर चिंता जताते हुए इसके सामाजिक, मानसिक और शारीरिक दुष्परिणामों पर प्रकाश डाला।

पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने इस अवसर पर प्रेरक, जागरूकतापूर्ण और गूढ़ विचारों से परिपूर्ण उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा—
“नशा न केवल शारीरिक क्षति पहुँचाता है, बल्कि मानसिक संतुलन, पारिवारिक स्थायित्व और सामाजिक मूल्यों को भी विनष्ट करता है। यह आत्म-विनाश का ऐसा जाल है जिसमें फँसकर व्यक्ति अपना अस्तित्व खो बैठता है। हमें युवाओं को इस दलदल से बाहर निकालने के लिए संगठित प्रयास करने होंगे।”
नशा केवल एक शारीरिक लत नहीं, यह हमारे समाज की आत्मा को खोखला करने वाला धीमा ज़हर है। इससे केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि उसके परिवार, पीढ़ियाँ और समाज का भविष्य प्रभावित होता है। नशे के कारण युवाओं की ऊर्जा, समझदारी और संभावनाएँ बर्बाद हो रही हैं। यह एक ऐसा अदृश्य शत्रु है, जो बिना तलवार चलाए हमारे समाज की जड़ों को काट रहा है।”

“हर नागरिक इस अभियान का एक प्रहरी बने। यदि हम एक भी व्यक्ति को नशे से दूर रखने में सफल होते हैं, तो यह पूरे समाज की जीत होगी। यह अभियान केवल एक प्रशासनिक औपचारिकता नहीं, बल्कि समाज को बचाने का नैतिक उत्तरदायित्व है।”
अंत में उन्होंने कहा —
> “मैं आप सभी से आग्रह करता हूँ कि नशे के खिलाफ इस संघर्ष में मौन दर्शक नहीं, सक्रिय भागीदार बनें। हम हर गली, हर गाँव, हर मोहल्ले तक पहुँचें — वहाँ बात करें, समझाएं, और युवाओं को दिशा दिखाएं। जब समाज जागरूक होता है, तो कोई भी बुराई टिक नहीं सकती।”

बैठक के अंत में सभी उपस्थित जनों को नशा मुक्ति की संकल्प शपथ दिलाई गई, जिसे भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष ओम मालवीय द्वारा संपन्न कराया गया।

keyboard_arrow_up
Skip to content