“आगर मालवा यातायात पुलिस की विशेष कार्रवाई: 40 मॉडिफाइड साइलेंसरों पर सख्त चालानी कार्रवाई और नष्टिकरण”
पुलिस अधीक्षक जिला आगर-मालवा श्री विनोद कुमार सिंह द्वारा जिले में बढ़ते ध्वनि प्रदूषण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए एक विशेष अभियान चलाये जाने हेतु दिशा-निर्देश दिये गए है। निर्देशानुसार अनुविभागीय पुलिस अधिकारी आगर के मार्गदर्शन व सुबेदार श्री जगदीश यादव के नेतृत्व में प्रभावी कार्यवाही करते हुए वाहनों पर गैरकानूनी रूप से लगे मॉडिफाइड साइलेंसर को हटाकर सार्वजनिक स्थान पर रोलर चलवाकर पूरी तरह से नष्ट किया गया।
मॉडिफाइड साइलेंसर का उपयोग मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 52/182A(4), धारा 194F, और सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स, 1989 की धारा 120/190(2) का उल्लंघन है। यह अवैध मॉडिफिकेशन सरकारी गाइडलाइंस के अनुसार ध्वनि प्रदूषण की सीमा का भी उल्लंघन करता है। ऐसे वाहन समाज के बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं के लिए गंभीर असुविधा का कारण बनते हैं।
अभियान के तहत, अभी तक 40 मॉडिफाइड साइलेंसर वाले वाहनों पर चालानी कार्यवाही की गई। पूर्व में इन वाहन चालकों को समझाइश दी गई थी, और 26 मॉडिफाइड साइलेंसर पुलिस द्वारा जब्त किया गये व 14 मॉडिफाइड साइलेंसर वाहन चालकों द्वारा यातायात थाना में जमा करवा दिए थे। आज, इन सभी साइलेंसरों को जनता के मध्य बुलडोजर से नष्ट किया गया। यह कार्रवाई पुलिस की सख्ती और कानून के प्रति जनता में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से की गई।
पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह ने कहा, “ध्वनि प्रदूषण सिर्फ कानूनी उल्लंघन नहीं है, बल्कि यह समाज के स्वास्थ्य और शांति पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। आगर मालवा पुलिस ऐसे अवैध मॉडिफिकेशन्स को खत्म करने और जिले में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।” उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे यातायात नियमों का पालन करें और अपने वाहनों में गैरकानूनी मॉडिफिकेशन से बचें।आगर मालवा पुलिस इस प्रकार के विशेष अभियानों को जारी रखेगी।
इस कार्रवाई का उद्देश्य जिले को ध्वनि प्रदूषण मुक्त बनाना और कानून का पालन सुनिश्चित करना है।