आगर मालवा पुलिस के “मैं हूं अभिमन्यु” अभियान के अंतर्गत हर थाना क्षेत्र में आयोजित हो रहे जागरूकता कार्यक्रम
> “शक्ति दल” ने महिलाओं व बच्चों को दिलवाया “अभिमन्यु संकल्प”
> विद्यालयों में जाकर छात्र / छात्राओं को किया जा रहा जागरूक
पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार, जिले में “मैं हूं अभिमन्यु” जागरूकता अभियान का संचालन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं के खिलाफ अपराधों की रोकथाम और सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है।
आगर मालवा पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह के मार्गदर्शन में जिले के विभिन्न थानों द्वारा विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।ऑपरेशन “मैं हूं अभिमन्यु” 3 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक चलाया जा रहा है, जिसमें पुरुषों को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाने, महिला अपराधों के प्रति जागरूक करने और पूर्वाग्रहों को सुधारने के लिए गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं।
आज, एसडीओपी आगर और थाना प्रभारी कोतवाली श्री अनिल कुमार मालवीय द्वारा शक्ति दल और पुलिस टीम को कोतवाली परिसर में ब्रीफ किया गया। इसके बाद, एसडीओपी और थाना मोबाइल पार्टी एवं शक्ति दल ने शहर के गरबा स्थलों और संवेदनशील स्थानों का भ्रमण किया। शक्ति दल की टीम ने सरस्वती शिशु मंदिर स्थित गरबा पंडाल में जाकर “मैं हूं अभिमन्यु” अभियान के अंतर्गत उपनिरीक्षक श्रीमती कामिनी शुक्ला और श्रीमती राखी गुर्जर के नेतृत्व में महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा से संबंधित आवश्यक जानकारी दी। इस दौरान, शक्ति दल ने उपस्थित बच्चों को महिलाओं के प्रति संवेदनशील रहने और असमानता के खिलाफ आवाज उठाने का “अभिमन्यु संकल्प” दिलवाया। इसके बाद, शक्ति दल ने सम्पूर्ण शहर में आयोजित गरबा पंडाल और झाँकियों में महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा के लिए सक्रिय पेट्रोलिंग की।
थाना प्रभारी सोयत श्री यशवंत राव गायकवाड़ व उनकी टीम द्वारा सोयत में महाराणा प्रताप विद्यालय में जाकर साइबर अपराध, गुड टच-बेड टच और महिला संबंधित अपराधों के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। थाना प्रभारी सुसनेर श्रीमती केसर सिंह राजपूत की टीम द्वारा शासकीय माध्यमिक विद्यालय में अभियान के अंतर्गत बच्चों को लैंगिक भेदभाव, दहेज प्रथा, अश्लीलता, सायबर अपराध व सोशल मीडिया अपराध के संबंध में संवाद किया गया।
इसी क्रम में थाना प्रभारी बड़ौद श्री कृष्णकांत तिवारी व पुलिस टीम द्वारा शासकीय आदर्श बालक माध्यमिक विद्यालय में जाकर अभियान के सम्बंध में जानकारी देते हुए नशा, रूढ़िवादिता, दहेज प्रथा और लिंग भेद के संबंध में जागरूक किया।
जिले के सभी थाना प्रभारियों द्वारा मां दुर्गा पंडाल, स्कूल-कॉलेज एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर इस अभियान का प्रचार किया जा रहा है, ताकि समाज में महिलाओं के साथ सम्मान और समानता का व्यवहार सुनिश्चित किया जा सके।
महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्सर नशे की लत, दहेज प्रथा और पुरानी रूढ़िवादिता से जुड़ी प्रथाओं में निहित होते हैं। इस अभियान का उद्देश्य ऐसे समाज की स्थापना करना जहाँ महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा का सम्मान किया जाए।
“मैं हूं अभिमन्यु” अभियान के माध्यम से सभी आम जनों से अपील की जा रही है कि वे नशे से दूर रहें और अपने बच्चों की उचित परवरिश करें, ताकि वे सुरक्षित और उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर हो सकें।