कोतवाली थाने में वर्ष 2021 में एक नया रिकॉर्ड दर्ज किया गया। यहां वर्ष 2021 में कोतवाली के इतिहास में सबसे ज्यादा प्रकरण दर्ज किए गए। थाना प्रभारी के नेतृत्व में थाने पर 934 प्रकरण दर्ज किए गए। इसमें से केवल अब 11 अपराध पेंडिंग है और जो 11 अपराध अभी निराकरण होने से बचे हुए हैं उनमें कोई भी गंभीर अपराध शामिल नहीं है।

ज्यादा पुराने वर्षों की बात ना करते हुए वर्ष 2020 व 2021 के बीच दर्ज हुए अपराधों में अगर अंतर देखा जाए तो 2020 में 825 प्रकरण दर्ज हुए थे और उनमें से भी 17 प्रकरण लंबित चल रहे थे। 2020 में हत्या का प्रयास के 2 प्रकरण, नकबजनी के 14, साधा चोरी के 6, वाहन चोरी के 25, दुष्कर्म के 10 अपहरण के 5, बलवा के 2, आत्महत्या के प्रयास के 4, छेड़छाड़ के 19, शासकीय कार्य में बाधा के 4, दहेज हत्या के 1, दहेज प्रताड़ना के 6, वाहन दुर्घटना के 101, धोखाधड़ी के 9, मारपीट संबंधित 288 प्रकरण, महिला के साथ मारपीट के 66, आर्म्स एक्ट के 40, अवैध शराब के 131, सट्टा के 38 जुआ के 26, गोवंश के 1, एनडीपीएस के 10 व अन्य 16 प्रकरण दर्ज किए गए लेकिन वर्ष 2021 में श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पुलिस ने 2021 की तुलना में 109 प्रकरण ज्यादा दर्ज किए गए और निपटारा भी ज्यादा से ज्यादा प्रकरणों का किया गया 2021 में हत्या के 5 प्रकरण दर्ज किए गए, हत्या का प्रयास के 2, डकैती की तैयारी का 1, लूट के 2, नकबजनी के 28, साधा चोरी के 27, वाहन चोरी के 52 प्रकरण, पशु चोरी का 1, मानव दुर्व्यापार के 1, दुष्कर्म के 5, अपहरण के 5, बलवा के 7, आत्महत्या का प्रयास के 2, छेड़छाड़ के 10 प्रकरण, शासकीय कार्य में बाधा के 5 दहेज हत्या का 1, दहेज प्रताड़ना के 9 वाहन दुर्घटना के 111, धोखाधड़ी के 14, मारपीट संबंधी पुरुष के 263 प्रकरण, महिला के साथ मारपीट संबंधी के 59 प्रकरण, आर्म्स एक्ट के 38, अवैध शराब के 152, सट्टा के 53, जुए के 39, गोवंश के 11 व एनडी के 13 प्रकरण दर्ज किए गए है।

वर्ष 2021 में आगर कोतवाली थाने में हत्या, लूट व दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराध दर्ज किए गए, लेकिन सभी गंभीर अपराधों में शत-प्रतिशत निराकरण कर लिया गया है। अब जो 11 मामले शेष बचे हैं उनमें बलवा व साधारण मामले शामिल हैं। कोतवाली थाना प्रभारी रणजीत सिंह सिंगार ने बताया कि इन साधारण मामलों में भी जल्द से जल्द निराकरण करने की हमारी कोशिश है और जल्द ही हम अब प्रकरणों के अपराधियों में खौफ बना रहेगा , हमारी प्राथमिकता है कि महिलाओं व अजा वर्ग से संबंधित अपराधों का निराकरण पहले हो। कोतवाली थाने में 98.5 प्रतिशत अपराधों का निराकरण किया जा चुका है। वहीं गंभीर तरह के अपराधों का एक भी केस पेंडिंग नहीं है। इस प्रकार की स्थिति से निश्चित ही अपराधियों में खौफ बना रहेगा।

हाल ही में ग्राम निपानिया बैजनाथ में एक व्यक्ति की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। मामले में कोई भी सबूत मौजूद नहीं होने के बावजूद भी आगर कोतवाली थाना प्रभारी ने टीमवर्क के साथ अंधेकत्ल का 1 माह के भीतर ही पर्दाफाश कर दिया। वहीं पिपलोनकलां में एक मोबाइल दुकान में हुई करीब एक लाख रुपयों की चोरी का भी 24 घंटे के भीतर पता लगा कर आरोपी को जेल भेज दिया गया। इसी तरह ज्यादातर गंभीर मामलों में कुछ दिनों के अंदर ही निराकरण किए गए हैं।