आगर मालवा पुलिस द्वारा यौन हिंसा की रोकथाम, लैंगिक संवेदनशीलता एवं सुरक्षा हेतु जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम “जिम्मेदार मर्दानगी” आयोजित
आगर मालवा पुलिस द्वारा बालिकाओं और महिलाओं पर होने वाली यौन हिंसा की रोकथाम तथा लैंगिक संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आज जिला पंचायत भवन, आगर मालवा में जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से आए नगर एवं ग्राम सुरक्षा समिति के लगभग 100 सदस्यों का जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम “जिम्मेदार मर्दानगी” विषय के अंतर्गत आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह द्वारा किया गया। अपने उद्बोधन में उन्होंने समाज में नगर एवं ग्राम सुरक्षा समितियों की भूमिका और महत्व पर प्रकाश डालते हुए यौन हिंसा की रोकथाम, लैंगिक संवेदनशीलता और सुरक्षा के मुद्दों पर गहराई से चर्चा की। उन्होंने उपस्थित सदस्यों को बताया कि कैसे समुदाय के सहयोग से महिला और बालिका सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है और इन मुद्दों पर जागरूकता फैलाने की जरूरत है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में एनजीओ समूह “जनसाहस” के प्रशिक्षक श्री राजेंद्र पिपलोदिया, श्री संदीप असलाया, सुश्री आरती सोलंकी, श्री विनोद कुमार एवं साथिया वेलफेयर सोसायटी के श्री मांगीलाल जादव द्वारा महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों, विभिन्न आयु वर्ग की महिलाओं और बच्चियों के साथ होने वाले भेदभाव, और भ्रूण हत्या जैसे गंभीर विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही महिलाओं के सम्मान करने व यौन हिंसा से संबंधित एक वीडियो फिल्म दिखाकर यौन अपराध के बारे में जानकारी दी गई और ऐसे अपराधों की रोकथाम हेतु जागरूक किया गया। प्रशिक्षण के दौरान सदस्यों को गुड टच और बैड टच के बीच अंतर की पहचान करने और समाज में जन जागरूकता फैलाने की दिशा में प्रेरित किया गया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री निशा रेड्डी ने भी अपने व्याख्यान के माध्यम से यौन हिंसा और लैंगिक भेदभाव के मुद्दों पर अपने विचार साझा किए और नगर एवं ग्राम सुरक्षा समिति के सदस्यों को इन विषयों पर सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। इसके अलावा, उन्होंने सदस्यों को शपथ दिलाई, जिसमें उन्होंने समाज में महिलाओं और बच्चों के प्रति संवेदनशीलता और सम्मान की भावना को बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई।
सदस्यों को यह भी निर्देशित किया गया कि वे अपने जीवन में इस कार्यशाला के बाद क्या बदलाव करेंगे और महिलाओं व बच्चों के प्रति अपने व्यवहार में सुधार कैसे करेंगे, इस पर एक कार्य योजना तैयार करें।
कार्यक्रम का संचालन रक्षित निरीक्षक श्रीमती सपना परमार द्वारा किया गया।
इस प्रशिक्षण के माध्यम से जिले की नगर एवं ग्राम सुरक्षा समितियों के सदस्यों को उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक किया गया ताकि वे अपने क्षेत्रों में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी रूप से कार्य कर सकें।