▶️ विश्व ध्यान दिवस पर पुलिस कोतवाली परिसर आगर में हुआ भव्य ध्यान कार्यक्रम
▶️ कान्हा शांति वनम, हैदराबाद से वर्चुअल जुड़कर दाजी के मार्गदर्शन में कराया गया सामूहिक मेडिटेशन
▶️ पुलिस अधीक्षक ने ध्यान को तनावमुक्त एवं संवेदनशील पुलिसिंग का आधार बताया
आज 21 दिसंबर, विश्व ध्यान दिवस (World Meditation Day) के अवसर पर मध्यप्रदेश पुलिस महानिदेशक श्री कैलाश मकवाना के निर्देशानुसार प्रदेशभर में आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में जिला आगर मालवा पुलिस द्वारा पुलिस कोतवाली परिसर, आगर में ध्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मानसिक रूप से सशक्त, एकाग्र एवं तनावमुक्त बनाना रहा।
कार्यक्रम के दौरान कोतवाली परिसर में बड़ी स्क्रीन की व्यवस्था की गई, जिसके माध्यम से हार्टफुलनेस संस्था के वैश्विक मुख्यालय कान्हा शांति वनम, हैदराबाद में आयोजित मुख्य कार्यक्रम से वर्चुअल रूप से सीधा जुड़ाव स्थापित किया गया। हैदराबाद में आयोजित इस वैश्विक कार्यक्रम में माननीय उपराष्ट्रपति महोदय, तेलंगाना के माननीय राज्यपाल एवं माननीय मुख्यमंत्री की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिससे कार्यक्रम की महत्ता और भी बढ़ गई।
कान्हा शांति वनम से हार्टफुलनेस के वैश्विक आध्यात्मिक मार्गदर्शक श्री कामलेश डी. पटेल (दाजी) द्वारा उपस्थित सभी प्रतिभागियों को संबोधित किया गया। अपने प्रेरक वक्तव्य में दाजी ने कहा कि ध्यान केवल आत्मिक शांति का माध्यम नहीं है, बल्कि यह मानवता, करुणा और वैश्विक एकता को जोड़ने वाला सशक्त साधन है। उन्होंने सभी को नियमित रूप से ध्यान को जीवन का हिस्सा बनाने का संदेश दिया।
दाजी के मार्गदर्शन में हार्टफुलनेस पद्धति से सामूहिक मेडिटेशन कराया गया, जिसमें आगर मालवा जिले के सभी थानों ( सोयत, सुसनेर, बड़ौद, कानड़ व नलखेड़ा) से जुड़े पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सहभागिता की। ध्यान सत्र के दौरान उपस्थितजनों ने गहरी शांति, सकारात्मक ऊर्जा एवं मानसिक संतुलन का अनुभव किया।
कार्यक्रम के अंत में पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि “पुलिस सेवा अत्यंत जिम्मेदारीपूर्ण एवं तनावपूर्ण कार्य है। ऐसे में ध्यान एवं मेडिटेशन पुलिस कर्मियों की मानसिक दृढ़ता, आत्मसंयम और निर्णय क्षमता को सुदृढ़ करता है। विश्व ध्यान दिवस जैसे आयोजनों से एक सकारात्मक, संवेदनशील और जनहितैषी पुलिस व्यवस्था के निर्माण में सहायता मिलती है।” उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों से ध्यान को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करने का आह्वान किया।
उक्त कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रविंद्र कुमार बोयत, शहर के समस्त थानों के थाना प्रभारी, सूबेदार जगदीश यादव, जितेंद्र शुक्ला सहित 100 से अधिक पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
ध्यान कार्यक्रम के समापन पश्चात पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह द्वारा समस्त विवेचकों की एक महत्वपूर्ण बैठक भी ली गई। बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक ने जिले में लंबित अपराधों की समीक्षा करते हुए प्रकरणों के शीघ्र, निष्पक्ष एवं गुणवत्तापूर्ण निराकरण के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने विशेष रूप से गंभीर अपराधों, महिला एवं बाल अपराधों, लंबित विवेचनाओं तथा न्यायालयीन प्रकरणों में समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करने पर जोर दिया। पुलिस अधीक्षक ने विवेचकों को निर्देशित किया कि विवेचना के प्रत्येक चरण में कानूनी प्रावधानों का पूर्ण पालन, साक्ष्यों का सुदृढ़ संकलन तथा पीड़ित-केंद्रित दृष्टिकोण अपनाया जाए, जिससे अपराधियों को समय पर दंड दिलाया जा सके और आमजन का पुलिस पर विश्वास और अधिक मजबूत हो।





