आगर मालवा में नवीन आपराधिक कानूनों पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण का द्वितीय चक्र सफलतापूर्वक संपन्न
पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार आगर मालवा जिले में दिनांक 25 अप्रैल 2025 से 27 अप्रैल 2025 तक तीन दिवसीय नवीन आपराधिक अधिनियम प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर श्री राघवेंद्र सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। प्रथम दिवस पर नवीन आपराधिक अधिनियमों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया एवं पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के बच्चों के लिए “ब्राइटर माइंड” एक्टिविटी का आयोजन हुआ।
द्वितीय दिवस दिनांक 26 अप्रैल 2025 को श्री जितेन्द्र शुक्ला (एडीपीओ, आगर मालवा) द्वारा महिलाओं एवं बच्चों के विरुद्ध अपराधों से संबंधित कानूनों में हुए सुधारों (Reforms in law related to Crime against Women and Children) पर महत्वपूर्ण प्रशिक्षण सत्र लिया गया। “आरोप पत्र और अंतिम रिपोर्ट दाखिल करने में समयसीमा का महत्व” विषय पर विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इसके पश्चात प्रधान आरक्षक अमर सिंह परमार द्वारा ई साक्ष्य ऐप, ई-रक्षक ऐप, एवं ऑनलाइन समन वारंट प्रक्रिया की जानकारी दी गई। साथ ही प्रधान आरक्षक राधेश्याम सौराष्ट्रिय एवं आरक्षक वीरभान सिंह यादव द्वारा सीसीटीएनएस पोर्टल पर एकीकृत जांच प्रपत्र (IIF फॉर्म) भरने की विधि समझाई गई।
तृतीय दिवस दिनांक 27 अप्रैल 2025 को प्रधान आरक्षक राधेश्याम सौराष्ट्रिय एवं आरक्षक वीरभान सिंह यादव द्वारा एनसीएल जागरूकता हेतु लघु फिल्में दिखाई गईं। तत्पश्चात, अपराध अन्वेषण विभाग (CID) द्वारा जारी मानक प्रचालन प्रक्रिया संकलन (SOP Compilation) पर विस्तृत चर्चा कर अधिकारियों को अद्यतन प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण के समापन अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह ने सभी प्रशिक्षणार्थी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से तीन दिवसीय प्रशिक्षण अनुभव साझा करने हेतु संवाद स्थापित किया तथा भविष्य में अनुसंधान कार्यों को नवीन विधियों के अनुरूप और अधिक प्रभावी बनाने के सुझाव आमंत्रित किए। फीडबैक फॉर्म भरवाकर प्रशिक्षण की गुणवत्ता का भी आकलन किया गया। अपने समापन उद्बोधन में श्री सिंह ने कहा कि —
“नवीन आपराधिक अधिनियम अनुसंधान प्रक्रिया को अधिक न्यायसंगत, समयबद्ध और पारदर्शी बनाने का अवसर प्रदान करते हैं। समस्त अधिकारियों को इन विधानों का सही पालन कर पीड़ितों को शीघ्र न्याय दिलाने में सक्रिय भूमिका निभानी होगी।”
तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण में थाना प्रभारी कोतवाली श्रीमती शशि उपाध्याय सहित कुल 50 से अधिक पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी सम्मिलित हुए एवं नवीन आपराधिक कानूनों के विभिन्न पहलुओं पर गहन जानकारी प्राप्त की।