आगर मालवा पुलिस द्वारा समाज के कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशीलता पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

आगर मालवा पुलिस द्वारा समाज के कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशीलता विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन मधुबन गार्डन में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर श्री राघवेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह और जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नंदा भलावे खुशरे द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर जिले के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम (SC/ST Act) की प्रभावी क्रियान्वयन प्रक्रिया से अवगत कराना और समाज के कमजोर वर्गों के प्रति अधिक संवेदनशील बनाना था।

कलेक्टर श्री राघवेंद्र सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज के कमजोर वर्गों की समस्याओं का समाधान करना प्रशासन और पुलिस का नैतिक और संवैधानिक दायित्व है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि कानून के पालन के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि पीड़ितों को समय पर न्याय और सम्मान मिले। श्री सिंह ने कहा कि कमजोर वर्गों को न्याय दिलाने के लिए पुलिस और प्रशासन के बीच समन्वय को मजबूत करना अत्यंत आवश्यक है। केवल संवेदनशील और निष्पक्ष कार्यशैली ही समाज में विश्वास और कानून के प्रति सम्मान की भावना उत्पन्न कर सकती है। उन्होंने इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को सामाजिक न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।

पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि पुलिस का कर्तव्य केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखना नहीं है, बल्कि समाज के कमजोर और हाशिए पर खड़े वर्गों के अधिकारों की रक्षा भी करना है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम का प्रभावी क्रियान्वयन पुलिस की संवेदनशीलता और निष्पक्षता पर निर्भर करता है। उन्होंने पुलिसकर्मियों को प्रत्येक मामले में निष्पक्षता से विवेचना करने और पीड़ितों की समस्याओं को गंभीरता से सुनने की सलाह दी। श्री सिंह ने कहा कि कानून के प्रभावी और संवेदनशील क्रियान्वयन से ही पीड़ितों में न्याय और सुरक्षा की भावना विकसित हो सकती है।

जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नंदा भलावे कुशरे ने पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों को समाज के कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशीलता बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को पुलिस के साथ मिलकर कमजोर वर्गों के हितों की रक्षा के लिए समन्वित रूप से कार्य करना चाहिए।

कार्यक्रम में अधिवक्ता एवं CWC आगर के अध्यक्ष श्री मनोज जैन ने पॉक्सो एक्ट, महिला अपराधों में विवेचना प्रक्रिया और उसमें संवेदनशीलता बनाए रखने की आवश्यकता पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने महिला अधिकारों की रक्षा के लिए विवेचना प्रक्रिया को प्रभावी और सटीक बनाने के उपायों पर भी मार्गदर्शन दिया।

कार्यक्रम का संचालन सहायक उप निरीक्षक श्री संतोष खजुरिया द्वारा किया गया। अंत में रक्षित निरीक्षक श्रीमती सपना परमार ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।

इस कार्यक्रम में एसडीओपी आगर श्री मोतीलाल कुशवाह, एसडीओपी सुसनेर श्री देवनारायण यादव, समस्त थाना प्रभारी और जिले के 100 से अधिक पुलिसकर्मी उपस्थित रहे।

आगर मालवा पुलिस का यह प्रयास समाज के कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने और पुलिस बल को अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक सराहनीय पहल है।

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