“मैं हूं अभिमन्यु” अभियान के तहत जागरूकता अभियान निरन्तर जारी

> “शक्ति दल” द्वारा गरबा आयोजन स्थल पर “मैं हूं अभिमन्यु” अभियान का प्रचार प्रसार

> नशे के दुष्प्रभाव को बताते हुए नशे से दूर रहने हेतु की अपील

पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार, प्रत्येक जिले में महिलाओं एवं बालिकाओं के विरुद्ध हो रहे अपराधों एवं घरेलू हिंसा की रोकथाम तथा सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जागरूकता हेतु विशेष जागरूकता अभियान “मैं हूं अभिमन्यु” चलाया जा रहा है।

आगर मालवा पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह के मार्गदर्शन में संपूर्ण नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में, थाना नलखेड़ा में थाना प्रभारी श्रीमती शशि उपाध्याय और पुलिस टीम द्वारा माँ बगलामुखी मंदिर में “मैं हूं अभिमन्यु” अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया व अभियान के अंतर्गत अभिमन्यु बन नशा,असंवेदनशीलता, भ्रूण हत्या, निरक्षरता, लिंगभेद रूपी चक्रव्यूह को तोड़ने हेतु युवाओं व दर्शनार्थियों को जागरूक किया गया। “मैं हूं अभिमन्यु” अभियान के तहत मंदिर परिसर में सेल्फी पॉइंट तथा LED स्क्रीन लगाई गई है,जिसमें महिला सुरक्षा,सशक्तिकरण और जागरूकता से संबंधित वीडियो “आत्मबोध, बदलता परिवेश, चुप्पी तोड़ो” और “पुत्रीवती भवः” शॉर्ट फिल्म चलाई जा रही है। बगलामुखी मंदिर परिसर नलखेड़ा में आज 1,50,000 दर्शनार्थियों का आगमन हुआ।

थाना प्रभारी कोतवाली श्री अनिल कुमार मालवीय, उपनिरीक्षक श्रीमती कामिनी शुक्ला व श्रीमती राखी गुर्जर तथा पुलिस टीम द्वारा आज आगरमालवा बस स्टैंड पर उक्त अभियान के संबंध में जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया, जहाँ लोगों को “मैं हूं अभिमन्यु” अभियान के विषय में बताया गया और जागरूक किया गया। नारी के महत्व के विषय में चर्चा की गई, साथ ही एक परिवार के लिए नशे के दुष्प्रभाव के बारे में बताया गया।
“शक्ति दल” द्वारा भी गरबा आयोजन स्थल पर “मैं भी अभिमन्यु” अभियान के अंतर्गत बच्चों और युवाओं में लैंगिक असमानता, दहेज प्रथा, अश्लीलता, साइबर अपराध, और सोशल मीडिया अपराधों के संबंध में जागरूक किया गया।

इसी क्रम में, थाना प्रभारी कानड़ श्री लक्ष्मण सिंह देवड़ा और पुलिस टीम द्वारा बस स्टैंड कानड़ में “मैं हूं अभिमन्यु” अभियान के अंतर्गत लोगों को समाज में महिलाओं एवं बालक/बालिकाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों पर नियंत्रण, लडके/लडकियों को समान अवसर प्रदान करने, समाज के हर स्तर पर व्याप्त लिंगभेद को समाप्त करने एवं आज के पुरुष को सभ्य समाज के निर्माण हेतु रुढिवादी धारणाओं एवं पूर्वाग्रहों के चक्रव्यूह को तोड़ते हुए महिलाओं के विकास व सह-अस्तित्व का सहभागी बनाने हेतु जागरूक किया गया।

सभी से यह अपील की गई कि वे नशे से दूर रहें और खुशहाल जीवन जिएं। बच्चों की परवरिश अच्छे से करें, बालक एवं बालिकाओं की शिक्षा पर ध्यान दें, और बुरी लत से दूर रखें। “मैं हूं अभिमन्यु” का उद्देश्य हमारे समाज में महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों के खिलाफ जागरूकता बढ़ाना है।

महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्सर नशे की लत, दहेज प्रथा और पुरानी रूढ़िवादिता जैसी खतरनाक प्रथाओं में निहित होते हैं, जो सामूहिक रूप से हिंसा और उत्पीड़न को बढ़ावा देते हैं। यह पहल अभद्रता, असंवेदनशीलता और लिंग भेदभाव के कृत्यों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास करती है। बालिका भ्रूण की हत्या, अशिक्षा और महिलाओं को समाज में उनके उचित स्थान से वंचित करना उनकी प्रगति के लिए खतरा है।

इस अभियान के माध्यम से इन गहरी जड़ों वाली बुराइयों के बीच एक ऐसे समाज को बढ़ावा देना है जहाँ महिलाओं के साथ सम्मान और समानता का व्यवहार किया जाता है।

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