कलेक्टर ,एसपी ने किया “नवीन आपराधिक कानून प्रशिक्षण के द्वितीय चक्र का शुभारंभ ”
बच्चों के लिए ‘ब्राइटर माइंड’ एवं हार्टफुलनेस गतिविधियों का भी आयोजन
पुलिस मुख्यालय, भोपाल के निर्देशानुसार आगर मालवा जिले में नवीन आपराधिक अधिनियम 2023 पर आधारित तीन दिवसीय द्वितीय प्रशिक्षण चक्र का शुभारंभ आज दिनांक 25 अप्रैल 2025 को कलेक्टर श्री राघवेंद्र सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह द्वारा संयुक्त रूप से माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह ने उपस्थित अनुसंधानकर्ता अधिकारी व कर्मचारियों को भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 के विभिन्न प्रावधानों के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि “इन अधिनियमों की मंशा केवल प्रक्रिया बदलना नहीं, बल्कि अपराध और न्याय के प्रति हमारी दृष्टि को आधुनिक, वैज्ञानिक और मानवतावादी बनाना है।” उन्होंने अनुसंधान के दौरान तकनीकी और विधिक पहलुओं की महत्ता पर बल देते हुए कहा कि “प्रशिक्षण से ही परिपक्वता आती है, और परिपक्व अनुसंधान ही समाज में न्याय की नींव रखता है।”
जिला कलेक्टर श्री राघवेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में थानों में जल व्यवस्था एवं गार्डनिंग को सुदृढ़ करने की बात कही। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों व पुलिस अधिकारियों को प्रेरित किया कि गर्मी के मौसम में प्रत्येक थाने पर पेयजल की सुलभता और हरियाली बनाए रखने के लिए योजनाबद्ध प्रयास करें। यह पहल न केवल पर्यावरणीय दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण है, बल्कि कार्यस्थल को सकारात्मक ऊर्जा भी प्रदान करती है।
कार्यक्रम के विशेष आकर्षण के रूप में, हैदराबाद की हार्टफुलनेस संस्था से प्रशिक्षित सहायक उप निरीक्षक श्री संतोष खजुरिया एवं आरक्षक श्री भागवत जाटव द्वारा पुलिस कर्मियों के बच्चों के लिए “ब्राइटर माइंड” गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इस सत्र में बच्चों की मानसिक क्षमताओं को जाग्रत करने, ध्यान केंद्रित करने और रचनात्मक सोच को विकसित करने हेतु रोचक अभ्यास कराए गए। कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह द्वारा उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मेडिटेशन एवं ध्यान योग का अभ्यास भी करवाया गया। उन्होंने मानसिक शांति, तनाव प्रबंधन और कार्य क्षमता वृद्धि के लिए नियमित ध्यान की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रशिक्षण के तकनीकी सत्र में अनुविभागीय पुलिस अधिकारी श्री मोतीलाल कुशवाहा द्वारा नवीन आपराधिक अधिनियमों की प्रमुख धाराओं पर गहन जानकारी दी गई। साथ ही सीसीटीएनएस शाखा से प्रधान आरक्षक श्री राधेश्याम सौराष्ट्र एवं प्रधान आरक्षक श्री अमर परमार द्वारा E-FIR, Zero FIR एवं भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 173 से संबंधित प्रावधानों पर प्रोजेक्टर के माध्यम से वीडियो प्रस्तुति दी गई। यह प्रशिक्षण प्रायोगिक रूप से भी संचालित किया गया, जिससे अधिकारी-कर्मचारी नवीन विधिक प्रक्रियाओं को वास्तविक केस – अनुसंधान में समाहित कर सकें।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनुविभागीय पुलिस अधिकारी आगर श्री मोतीलाल कुशवाहा, रक्षित निरीक्षक श्रीमती सपना परमार सहित जिले के 45 से अधिक पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
प्रथम दिवस के प्रशिक्षण सत्र में न केवल विधिक ज्ञान का आदान-प्रदान हुआ, बल्कि अधिकारियों और उनके परिवारजनों के मानसिक सशक्तिकरण एवं पर्यावरणीय जागरूकता की दिशा में भी सार्थक पहल हुई।